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उज्ज्वल भविष्य का रहस्य भूत को छोड़ो वर्तमान में जिओ-गुरुमां विज्ञाश्री माताजी

श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी जिला टोंक राजस्थान में ससंघ विराजमान परम पूज्य भारत गौरव गणिनी आर्यिका गुरुमां विज्ञाश्री माताजी के सानिध्य में आज की शांतिधारा करने का सौभाग्य रविन्द्र छाबड़ा सवाई माधोपुर, तरुण सौगानी सिद्धार्थ नगर जयपुर वालों को प्राप्त हुआ।

श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी जिला टोंक राजस्थान में ससंघ विराजमान परम पूज्य भारत गौरव गणिनी आर्यिका गुरुमां विज्ञाश्री माताजी के सानिध्य में आज की शांतिधारा करने का सौभाग्य रविन्द्र छाबड़ा सवाई माधोपुर, तरुण सौगानी सिद्धार्थ नगर जयपुर वालों को प्राप्त हुआ। प्रतीक जैन सेठी ने बताया की अतिशयकारी श्री शांतिनाथ भगवान का प्रथम अभिषेक करने का सौभाग्य सहस्रकूट विज्ञातीर्थ क्षेत्र के संरक्षक श्री जितेन्द्र जैन मालवीय नगर से 7, जयपुर वालों ने प्राप्त किया। तत्पश्चात आर्यिका संघ की आहारचर्या कराने का सौभाग्य भी उन्होंने प्राप्त किया। क्षेत्र पर मंदिर निर्माण का कार्य शीघ्र गति से चल रहा है।

प्रतीक जैन सेठी ने बताया की पिच्छिका परिवर्तन समारोह के आयोजन संबंध में 1 दिसम्बर को चातुर्मास समिति द्वारा मिटींग रखी गई है। पूज्य माताजी ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन को अधूरे ज्ञान से मत जीना। जो जीव मोक्ष अभी नहीं मिलेगा इस भावना से धर्म नहीं करते उन्हें यह पता होना चाहिए की वर्तमान में नरक भी तो है। अच्छे कर्म भविष्य में अच्छा फल देंगे और बुरे कर्म बुरा ही फल देंगे। भविष्य को अगर सही बनाना है तो भूत को छोड़कर वर्तमान में जिओ। तर्क ज्ञान से अपने भ्रम को दूरकर सही राह पर चलना ही मोक्ष मार्ग है।

स्रोत- जैन गजट, 30 नवंबर, 2024 पर:- https://jaingazette.com/ujwal-bhvishya-ka-rehasya-bhoot-ko-chhodo/

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