कर्तव्य निष्ठा के साथ अपने पद के दायित्व का निर्वहन करें : न्यायमूर्ति श्रीमती विमला जैन
तीर्थ मंदिर में दान पेटी रखकर तीर्थ क्षेत्रों की धरोहर का संरक्षण करें : जम्बूप्रसाद
बुन्देलखण्ड के प्रसिद्ध श्री दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र अहारजी की पावन भूमि पर भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी मध्यांचल के पदाधिकारियों का पद ग्रहण समारोह न्यायमूर्ति श्रीमती विमला जी जैन भोपाल (अवकाश प्राप्त न्यायाधीश , उच्च न्यायालय जबलपुर) के मुख्य आतिथ्य एवं कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जम्बूप्रसाद जैन की अध्यक्षता में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ संपन्न हुआ । जिसमें न्यायायिक , प्रशासनिक, जनप्रतिनिधि, राष्ट्रीय कमेटी के पदाधिकारी विशिष्ट अतिथियों की मंच पर गरिमामयी उपस्थिति तथा मध्यांचल के अनेक जैन तीर्थ क्षेत्रों के पदाधिकारी व प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी मध्यांचल के प्रचार प्रमुख राजेश जैन ” रागी ” ने विज्ञप्ति में बताया कि गरिमामय समारोह के प्रथम सत्र की शुरुआत त्रिकाल चौबीसी के विशाल भव्य जिनालय में विराजमान मूलनायक भगवान शांतिनाथ , अरहनाथ व कुन्थुनाथ की विशाल भव्य प्रतिमाओं का अतिथियों द्वारा मस्तकाभिषेक, शांतिधारा एवं दीप प्रज्वलन और संगीतमय सामूहिक पूजन, तीर्थ वंदना तथा अहार जी में संचालित गुरुकुल के बच्चों द्वारा प्रस्तुत मंगलाचरण के साथ की गई।
पदाधिकारियों को तीर्थ हित की दिलाई शपथ
इस समारोह की मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति श्रीमती विमला जी जैन ने भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी मध्यांचल के पंचवर्षीय (2024 – 28) के लिए निर्विरोध नवनिर्वाचित अध्यक्ष तथा कार्याध्यक्ष , मनोनीत संरक्षक ,सलाहकार , परामर्शदाता ,महामंत्री , कोषाध्यक्ष , उपाध्यक्ष, चेयरमेन, मंत्री, प्रचार प्रमुख, प्रवक्ता सहित पचास से अधिक पदाधिकारियों को मध्यांचल अंतर्गत तीर्थ क्षेत्रों की धरोहर के हित ,संरक्षण ,संवर्धन , जीर्णोद्धार,सुरक्षा , विकास के लिए समर्पित रहने तथा कमेटी के संविधान व निर्देशों का पालन तथा अपने पद के दायित्वों का निर्वहन करने की शपथ दिलाई गई। जिसमें नवनिर्वाचित अध्यक्ष डी. के. जैन को शपथ ग्रहण का आकर्षण अनूठा रहा जिसमें संगीत की ध्वनि पर मध्यांचल के पदाधिकारी व तीर्थ क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक मंच पर ससम्मान लें जाकर शपथग्रहण कराई।
शपथ उपरांत मुख्य अतिथि माननीय न्यायमूर्ति श्रीमती विमला जी जैन एवं विशिष्ट अतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अरविंद जी जैन सहित अतिथियों ने मध्यांचल के सभी पदाधिकारीयों को बधाई शुभकामनाएं देते हुए कहा कि
आप सभी मध्यांचल के सभी पावन तीर्थों का चहुंमुखी विकास करें और कर्तव्य निष्ठा के साथ अपने पद के दायित्व का निर्वहन करें , मिलजुलकर कर्मठता, निष्पक्षता, संवेदनशीलता से तीर्थों के कार्य को गति देकर पुण्यार्जन कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस करें।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में मध्यांचल के पूर्व एवं नव निर्वाचित अध्यक्ष डी.के. जैन ने स्वागत एवं अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी का आत्मीय स्वागत करते हुए विभिन्न महत्वपूर्ण गतिविधियों एवं मध्यांचल के तीर्थों की वस्तु स्थिति को बताया और सभी से सहयोग की अपील की। अध्यक्षीय उद्बोधन में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी क्षेत्रों पर दान पेटी रखने का अनुरोध किया । उन्होंने वर्तमान में सम्मेद शिखर जी , गिरनार जी सहित अनेक तीर्थ क्षेत्रों के सुप्रीम कोर्ट , हाई कोर्ट में चल रहे प्रकरणों के संबंध में जानकारी देकर सभी से आर्थिक मजबूती प्रदान करने की अपील की ।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि सुरेश जैन आईएएस भोपाल, वीरेश सेठ राष्ट्रीय मंत्री , जैनेश झांझरी राष्ट्रीय अध्यक्ष उप समिति और संवर्धन , सुरेंद्र बाकलीवाल व अमित जैन जैनको अध्यक्ष नव निर्माण एवं जीर्णोद्धार कमेटी सहित अनेक अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किये । कार्याध्यक्ष संतोष कुमार जैन घड़ी ने विश्वास दिलाया कि तीर्थक्षेत्रों का दौरा कर आवश्यक संसाधन जुटाकर विकास के लिए तत्पर रहेंगे और महामंत्री राजकुमार घाटे ने सभी का आभार व्यक्त किया । सभी अतिथियों का स्वागत सम्मान अहार क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष महेन्द्र जैन बड़ागांव , मंत्री राजकुमार जैन सहित अनेक तीर्थ क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने किया ।
प्रथम केबिनेट बैठक में क्षेत्र हित में लिए निर्णय
द्वितीय सत्र में मध्यांचल कमेटी की प्रथम कैबिनेट बैठक का आयोजन किया गया , जिसमें कमेटी के राष्ट्रीय एवं अंचल के पदाधिकारी व सदस्य तथा मप्र (बुन्देलखण्ड) – छग अंचल के विभिन्न तीर्थ क्षेत्रों के पदाधिकारी व प्रतिनिधियों ने भाग लिया , जिसमें सुझाव विचार प्रस्तुत होने उपरांत 13 प्रस्ताव पारित किए गए , जिसमें प्रमुख रूप से प्रत्येक वर्ष किसी भी तीर्थ पर अंचल का वार्षिक अधिवेशन तथा कार्यकारिणी की दो मीटिंग/ बैठक की जाएगी , प्रत्येक क्षेत्र पर दान पेटी रखी जाएगी , तीर्थ क्षेत्र कमेटी से संबद्ध सभी तीर्थों पर प्रतिबद्धता एवं निर्देशों का कमेटी के मुख्य पदाधिकारीयों के नाम सहित बोर्ड लगाया जाएगा, प्रत्येक तीर्थ क्षेत्र में विधिवत दस्तावेजों का रिकॉर्ड सुरक्षित रखे जाने की प्रक्रिया प्राथमिकता पर की जाएगी , सुरक्षा हेतु बाउण्ड्रीबाल सहित अन्य उपाय किए जाएंगे , जिन क्षेत्रों पर वाटर कूलर तथा वाशिंग मशीन नहीं पहुंची वहां अनूठी योजना से व्यवस्था की जाएगी , तीर्थ क्षेत्रों की विभिन्न समस्याओं को अपने संबंधों से निदान करने को तत्पर रहेंगे , प्रशासनिक व दानवीरों से अनुदान प्राप्त कर विकास कार्य किए जाएंगे , भारतवर्षीय दिग. जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी से प्राप्त अनुदान को आवश्यकता अनुसार अंचल के तीर्थों के विकास हेतु प्रदान किए जाएंगे तथा मध्यांचल के प्रत्येक सदस्य द्वारा चार माह में दस दस नए सदस्य बनवाएं जायेंगे सहित प्रस्ताव पारित किए गए।
स्रोत- जैन गजट, 29 नवंबर, 2024 पर:- https://jaingazette.com/madhyanchal-karyakarni-ka-shapath-grehan-samaroh/
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James martin
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