News details

img समाचार

पदाधिकारी नही कार्यकर्ता बने यही संघठन के विकास का सूत्र:- आचार्य श्री वसुनन्दी महाराज

उत्तरप्रदेश में जैन कल्याण बोर्ड गठन की मांग हुई मुखर
फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश) अखिल भारतवर्षीय धर्म जागृति संस्थान का अष्टम राष्ट्रीय अधिवेशन व रजत जयंती समारोह दिगंबर जैन आचार्य वसुनंदी महाराज ससंघ के सानिध्य में सेठ छदामी लाल दिगंबर जैन मंदिर के प्रांगण में वर्षा योग समिति,फिरोजाबाद जैन समाज व धर्म जागृति संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया।

उत्तरप्रदेश में जैन कल्याण बोर्ड गठन की मांग हुई मुखर
फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश) अखिल भारतवर्षीय धर्म जागृति संस्थान का अष्टम राष्ट्रीय अधिवेशन व रजत जयंती समारोह दिगंबर जैन आचार्य वसुनंदी महाराज ससंघ के सानिध्य में सेठ छदामी लाल दिगंबर जैन मंदिर के प्रांगण में वर्षा योग समिति,फिरोजाबाद जैन समाज व धर्म जागृति संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। इस अवसर आचार्य वसुनन्दी ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि पदाधिकारी नही कार्यकर्ता बने यही संघठन के विकास का परम सूत्र है। एक दीपक में हजारों दीपकों को प्रकाशित करने की क्षमता होती है उसी प्रकार एक सजग कार्यकर्ता हजारों कार्यकर्ताओं को जागृत कर सजग करने की क्षमता रखता है।
धर्म जागृति संस्थान के राष्ट्रीय महामंत्री इंजीनियर भूपेंद्र जैन दिल्ली ने बताया कि तीन सत्रों में विभाजित अधिवेशन का शुभारंभ प्रातः प्रथम सत्र में उद्घाटन, चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन व मंगलाचरण के साथ हुआ तो द्वितीय सत्र में वक्ताओं ने सुझाव व प्रस्ताव रखे। खुले सत्र में प्रिया जैन,रमेश गर्ग बोलखेड़ा,शैलेन्द्र जैन फिरोजाबाद, रश्मि जैन,गौरव जैन दिल्ली,डॉ रश्मि जैन,संजय सर्राफ कामां,पदम बिलाला जयपुर,संजय जैन विश्व संघठन, दिलीप घेय वारे मुम्बई,संजय जैन बड़जात्या कामां,सुनील पहाड़ियां जयपुर,पुष्पेंद्र जैन सीकरी,मोनेश जैन दिल्ली,सुरेंद्र जैन बालोतरा,राजेश रागी,अपूर्व जैन फिरोजाबाद,प्रमोद जैन पन्ना मध्यप्रदेश,रिंकू जैन पलवल ने विचार प्रकट कर कई अहम सुझाव व्यक्त किये। उत्तरप्रदेश व सम्पूर्ण भारत मे जैन कल्याण बोर्ड के गठन की मांग,तीर्थ सुरक्षा व संरक्षण हेतु प्रयास,सोशल मीडिया,विकिपीडिया इनसाइक्लोपीडिया व वेव दुनिया आदि माध्यमो से जैन धर्म व तीर्थंकरों के सम्बंधित में गलत जानकारी का खण्डन कर जैन धर्म की वेवसाइट बनाने जैसे महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर सम्पूर्ण सदन में आम सहमति बनी। अधिवेशन के तृतीय सत्र में राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेश जैन अरिहंत प्रकाशन मेरठ,महामंत्री भूपेंद्र जैन,संरक्षक रमेश गर्ग, विनोद जैन मिलेनियम, राष्ट्रीय प्रचार मंत्री संजय जैन बड़जात्या,अधिवेशन संयोजक संजीव जैन सहित वर्षायोग के पदाधिकारियों ने अथितियों व कार्यकर्ताओं का सम्मान किया।
श्रावक श्रेष्ठियों को उपाधि से किया सम्मानित जैनत्व के उन्नयन के लिए उत्कृष्ट योगदान हेतु श्रावक श्रेष्ठियों व विद्वानों को विभिन्न उपाधियों व पुरुष्कारों से पुरुष्कृत किया गया। पंचम राष्ट्रीय देशभूषण पुरुष्कार दिलीप जैन घेयवारे पूर्व आई ए एस मुम्बई,पंचम राष्ट्रीय जय कीर्ति पुरुष्कार डॉ नरेंद्र जैन गाजियाबाद को प्रदान कर श्रुतान्वयी की उपाधि प्रदान की गई तो ओमप्रकाश जैन बाबूजी कोसीकलां को समाज रत्न की उपाधि से नवाजा गया।
महिलाओं को किया पुरुष्कृत प्रतिवर्ष ब्राह्मी व सुंदरी पुरस्कार महिलाओं को प्रदान किए जाते हैं।इसी श्रृंखला में इस वर्ष ब्राह्मी पुरस्कार आकांक्षा जैन सूरत और सुंदरी पुरस्कार खुशबू जैन माटुंगा मुंबई को प्रदान कर आदर्श श्राविका की उपाधि से सम्मानित किया गया। इस वर्ष विशेष पुरुष्कार कर्मवीर श्रावक श्रेष्ठ प्रारम्भ किया गया जो विनोद जैन मिलेनियम फिरोजाबाद को प्रदान कर श्रेष्ठ जैन उपासक की उपाधि से अलंकृत किया गया। सभी को विशेष प्रशस्ति व नकद राशि से सम्मानित किया गया।
विशेष कार्य का शाखाओं को मिला पुरुष्कार 22 प्रति की लगभग 200 शाखाओं के वर्ष पर्यंत किए गए कार्यों के आधार पर पुरुष वर्ग में सर्वश्रेष्ठ शाखा का सम्मान धर्म जागृति संस्थान राजस्थान प्रांत को मिला तो वही प्रथम पुरस्कार पश्चिम दिल्ली, द्वितीय चंद्र प्रभु ग्रुप फिरोजाबाद व तृतीय शाहदरा दिल्ली को प्रदान किया गया। महिला वर्ग में फिरोजाबाद जिला मंडल को प्रथम, खेड़ली राजस्थान को द्वितीय व महिला मंडल फिरोजाबाद को तृतीय पुरुष्कारों से पुरुष्कृत किया गया तो वही सर्वश्रेष्ठ कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को भी प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।

स्रोत- जैन गजट, 30 सितंबर, 2024 पर: https://jaingazette.com/padadhikari-nhi-karyakarta-bane-yhi/

icon

Children education manual .pdf

2 Comments

img
James martin
Reply

Lorem ipsum dolor sit amet, cibo mundi ea duo, vim exerci phaedrum. There are many variations of passages of Lorem Ipsum available but the majority.

img
James martin
Reply

Lorem ipsum dolor sit amet, cibo mundi ea duo, vim exerci phaedrum. There are many variations of passages of Lorem Ipsum available but the majority.

Leave a comment