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जैन साध्वी आर्यिका 105 विभा श्री माता जी का भब्य पिच्छीका परिवर्तन कार्यक्रम कोडरमा में सम्पन्न

झुमरीतिलैया, 5 महीना से सम्मेदशिखर जी में चातुर्मास करके धर्म की गंगा बहाने वाली जैन साध्वी आर्यिका105 विभाश्री माता जी ससंघ का पिच्छिका परिवर्तन समारोह झुमरीतिलैया के बड़ा जैन मंदिर के नव निर्मित प्रांगण में कार्यक्रम बड़े भव्य रूप से मनाया गया ।

झुमरीतिलैया, 5 महीना से सम्मेदशिखर जी में चातुर्मास करके धर्म की गंगा बहाने वाली जैन साध्वी आर्यिका105 विभाश्री माता जी ससंघ का पिच्छिका परिवर्तन समारोह झुमरीतिलैया के बड़ा जैन मंदिर के नव निर्मित प्रांगण में कार्यक्रम बड़े भव्य रूप से मनाया गया ।आचार्य श्री की पूजा भक्ति भाव से की गई।इसी बाद पिच्छिका परिवर्तन की शुरुआत मंगलाचरण भाव नृत्य के साथ हुई। मंगलाचरण के रूप में सुबोध-आशा गंगवाल के भजनों के साथ भक्ति प्रस्तुति की मंच संचालन समाज के उप मंत्री राज छाबड़ा ने किया समाज की छोटी-छोटी बच्चियों ने स्वागत नृत्य किया समाज के उपमंत्री नरेंद झांझरी ने पूरे मंगलविहार ओर इस कार्यक्रम के संयोजक ओर कार्यकर्ताओं के सहयोग की सराहना करते हुए सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। पूज्य गुरुमाँ आर्यिका 105 विभाश्री माता जी ने अपने मंगल देशना में भक्त जनों को संबोधित करते हुए कहा झारखंड प्रदेश में कोडरमा नगरी धर्म नगरी है यहां के लोग धर्म प्रिय और संस्कृति की रक्षा करने वाले है सभी के योगदान से ही बड़े से बड़ा कार्य सफल होता है पांच दिनों के दौरान कोडरमा जैन समाज ने जिस तरह सभी कार्यों को उत्साह और उमंग के साथ धर्म प्रभावना की,वह सराहनीय है अतिथि का स्वागत सत्कार भी समाज ने बखूभी से निभाया । पिच्छिका भेंट करने सैकड़ो लोगों ने आज गुरुमाँ के साथ पीछी को लेकर नगर भर्मण किया आर्यिका श्री ने कहा कि जैन धर्म में पिच्छिका का बड़ा महत्व है। इसके बिना कोई जैन साधु ओर साध्वी नहीं हो सकती। आर्यिका श्री ने कहा कि यह उपकरण पिच्छी जैन साधु एवं साध्वियों की पहचान है। पिच्छी यदि किसी कारणवश छूट जाती है या गुम हो जाती है तो जैन साधु एक कदम भी आगे नहीं बढ़ाते है, क्योंकि इससे जीवों की हिंसा का दोष लगता है। इसलिए इसका महत्व है बड़े ही भाग्यशाली और धार्मिक व्यक्ति को ही गुरुजनों की पिच्छी मिलती है माता श्री ने अपने हाथों से अपनी पुरानी पिच्छी मनोज-वंदना गंगवाल धनबाद प्रवासी,विकाश-खुशबू सेठी
मुकेश-मोना छाबड़ा,जय कुमार-त्रिशला गंगवाल, सुशील-शशि छाबड़ा,प्रदीप-मीरा छाबड़ा,नरेंद्र-वीणा झांझरी,
लोकेश-गुंजन पाटोदी,सुबोध-आशा गंगवाल,
सुरेन्द-सरिता काला, अजय अलका सेठी परिवार को दी।ओर
चरण धोने का सौभाग्य सुरेन्द-सरिता काला
कमण्डल भेट करने का सौभाग्य
प्रदीप, मनोज वंदना गंगवाल
शास्त्र भेट का सौभाग्य सुरेश-प्रेम झांझरी,वस्त्र भेट का सौभाग्य प्रदीप-प्रेम पांड्या ओर आरती का सौभाग्य महिला संगठन को प्राप्त हुआ।
इस मौके पर समाज के पदाधिकारी के साथ सुरेश झाझंरी जयकुमार गंगवाल सुशील छाबड़ा,प्रदीप पांड्या, प्रदीप छाबड़ा,अभिषेक,प्रशम,रौनक,अक्षय,अतुल,शैलेश जैन आदि श्रद्धालु भक्त जनों को माता जी ने आशीर्वाद प्रदान किया समाज के मीडिया प्रभारी राजकुमार अजमेरा ने बताया

स्रोत- जैन गजट, 26 दिसंबर, 2024 पर:- https://jaingazette.com/jain-sadhvi-ariyaka-105-vibha/

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