जयपुर में राजस्थान जैन सभा कार्यकारणी में 70 वर्ष के इतिहास में पहली बार सबसे ज्यादा वोट प्राप्त कर निर्वाचित महिला राखी जैन को सागर में प्रवासरत मुनि पुंगव 108 श्री सुधा सागर जी महाराज के मंगलमय आशीर्वाद से दिगंबर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर का ट्रस्टी बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है
जयपुर में राजस्थान जैन सभा कार्यकारणी में 70 वर्ष के इतिहास में पहली बार सबसे ज्यादा वोट प्राप्त कर निर्वाचित महिला राखी जैन को सागर में प्रवासरत मुनि पुंगव 108 श्री सुधा सागर जी महाराज के मंगलमय आशीर्वाद से दिगंबर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर का ट्रस्टी बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, मुनि श्री ने राखी जैन को धर्म रक्षा और प्रभावना का मंगलमय आशीर्वाद देते हुए संस्थान में सक्रिय भूमिका निभाने को प्रेरित किया ,सागर में आचार्य 108 श्री विद्या सागर जी महाराज के सुयोग्य शिष्य मुनि पुंगव 108 श्री सुधा सागर जी महाराज के पिच्छिका परिवर्तन समारोह में समाज श्रेष्ठी श्रीमती सुशीला पाटनी, समाज सेविका श्रीमती शीला डोडिया के साथ राजस्थान जैन सभा में प्रथम बार निर्वाचित महिला राखी जैन ने सहभागिता दर्ज करी और पिच्छिका विमोचन का सौभाग्य प्राप्त किया,
इस अवसर पर हजारों की संख्या में साधर्मी श्रृद्धालुओं ने सहभागिता निभाते हुए उपस्थिति दर्ज कराई उक्त खुशी पर श्रीमती सुशीला पाटनी आर के मार्बल्स, श्रीमती शीला डोडिया , विश्व जैन संगठन जयपुर के अध्यक्ष बाबूलाल इटुंडा, जैन राजनीतिक चेतना मंच जयपुर के अध्यक्ष विनेश सोगानी , जैन कनेक्ट के अतीव बाकलीवाल, नव निर्वाचित राजस्थान जैन सभा के सदस्य एडवोकेट राजेश काला, नवनिर्वाचित राजस्थान जैन सभा के सदस्य चेतन जैन निमोडिया, एडवोकेट विनोद जैन चकवाडा, तथा जैन गजट के राजाबाबू गोधा सहित सभी पदाधिकारियों ने श्रीमती राखी जैन को शुभकामनाएं प्रेषित कर बधाई दी है।
स्रोत- जैन गजट, 26 दिसंबर, 2024 पर:- https://jaingazette.com/jaipur-shehar-ki-prasidh-samajsewika/
Copyright © 2024 All Rights Reserved
2 Comments
James martin
ReplyLorem ipsum dolor sit amet, cibo mundi ea duo, vim exerci phaedrum. There are many variations of passages of Lorem Ipsum available but the majority.
James martin
ReplyLorem ipsum dolor sit amet, cibo mundi ea duo, vim exerci phaedrum. There are many variations of passages of Lorem Ipsum available but the majority.