श्रमण ज्ञान भारती संस्थान का वार्षिक स्नातक सम्मेलन मीरामार्ग, जयपुर में अर्हं योग प्रेरणता पूज्य गुरुदेव 108 श्री प्रणम्य सागर जी महाराज के मंगल सानिध्य में सम्पन्न हुआ। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में संस्थान के सत्र 2001 से 2019 तक के स्नातकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
श्रमण ज्ञान भारती संस्थान का वार्षिक स्नातक सम्मेलन मीरामार्ग, जयपुर में अर्हं योग प्रेरणता पूज्य गुरुदेव 108 श्री प्रणम्य सागर जी महाराज के मंगल सानिध्य में सम्पन्न हुआ। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में संस्थान के सत्र 2001 से 2019 तक के स्नातकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री जी के अभिषेक पूजन के साथ हुआ। प्रथम सत्र में मंगलाचरण, चित्र अनावरण और दीप प्रज्वलन से विधिवत शुरुआत हुई। संस्थान के अधीक्षक श्री जिनेंद्र शास्त्री ने संस्थान का परिचय देते हुए सम्मेलन को गति प्रदान की। पूज्य गुरुदेव ने अपने मंगल आशीर्वाद में स्नातकों को जीवन के ध्येय पथ पर अग्रसर रहने की प्रेरणा दी और जीवन की सच्ची सफलता के लिए शुभाशीष प्रदान किया।
द्वितीय सत्र में पूर्व छात्रों के अनुभवों और परिचय का आदान-प्रदान हुआ। इस दौरान स्नातकों को पूज्य गुरुदेव के चरण पाद प्रक्षालन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। सत्र में जीवन को लक्षित करने और छात्रावास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के संबंध में विचार-विमर्श हुआ। पूज्य श्री ने इन विषयों पर अपनी अद्वितीय अंतर्दृष्टि प्रदान करते हुए स्नातकों को कर्तव्य के प्रति दृढ़ रहने का मार्गदर्शन दिया।
दूसरे दिन की शुरुआत सूर्योदय से पहले अर्हं योग सत्र के साथ हुई, जहां स्नातकों ने योग से निरोग होने के सिद्धांत को आत्मसात किया। प्रथम सत्र में पूज्य गुरुदेव ने सराग और वीतराग के बीच फैल रही मिथ्यात्व से बचने की चेतना दी और जिनागम बोध का उपदेश दिया।
आखिरी सत्र में प्रमुख वक्ता प्राचार्य श्री शीतल चंद जी ने प्रेरणादायक वक्तव्य दिए। इसके बाद पूर्व छात्रों को सम्मानित करते हुए सम्मेलन का समापन हुआ।
कार्यक्रम के आयोजन में मुख्य भूमिका निभाने वाले आयोजकों में श्री राजेश जैन (ललितपुर), केतन सिंघई, चेतन बंडा, अंकित (दिल्ली), ललितांक (नोएडा), शुभम शास्त्री और अनुज (जयपुर) शामिल रहे। पोस्टर डिज़ाइन और डिजिटल सहायता में निवेश जैन और सिद्धार्थ बानपुर ने योगदान दिया।
स्रोत- जैन गजट, 29 नवंबर, 2024 पर:- https://jaingazette.com/shraman-gyan-chatravas-mathura/
Copyright © 2024 All Rights Reserved
2 Comments
James martin
ReplyLorem ipsum dolor sit amet, cibo mundi ea duo, vim exerci phaedrum. There are many variations of passages of Lorem Ipsum available but the majority.
James martin
ReplyLorem ipsum dolor sit amet, cibo mundi ea duo, vim exerci phaedrum. There are many variations of passages of Lorem Ipsum available but the majority.