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धूमधाम से मनाया गया अखिल भारतीय जैन ज्योतिषाचार्य परिषद ( पंजी ) का स्थापना दिवस

दिनांक 17 अक्टूबर 24 गुरुवार शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर मेडिटेशन गुरु उपाध्याय श्री विहसंत सागर जी ससंघ के सानिध्य में कमला नगर आगरा में बड़ी धूमधाम से मनाया गया।

दिनांक 17 अक्टूबर 24 गुरुवार शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर मेडिटेशन गुरु उपाध्याय श्री विहसंत सागर जी ससंघ के सानिध्य में कमला नगर आगरा में बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
उपाध्याय श्री ने जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि जैन ज्योतिष घनघोर अंधेरे में टॉर्च रूपी प्रकाश दिखाने का काम करती है। निश्चित रूप से जब व्यक्ति चारों तरफ से समस्याओं से गिरा रहता है ऐसे में ज्योतिष के माध्यम से उसे सटीक और सही रास्ता प्राप्त होता है।
पूज्य श्री ने जैन ज्योतिष की प्राचीनता, महत्व और उसकी आवश्यकता पर भी अपने विचार रखें।
कार्यक्रम में पूरे भारत से पधारे ज्योतिषाचार्यो ने भाग लिया, जिसमें अनेक विद्वानों ने “जैन ज्योतिष” पर अपने विचार प्रकट किए

अखिल भारतीय जैन ज्योतिषाचार्य परिषद के संस्थापक अध्यक्ष श्री रवि जैन गुरूजी ने उपाध्याय श्री को अभिवंदना पत्र देकर परिषद की प्रगति के लिए आशीर्वाद ग्रहण किया।
साथ ही अर्पितमय पावन वर्षायोग समिति, आगरा को अभिनंदन पत्र व प्रसिद्ध समाज सेवी श्री मनोज जैन बाकलीवाल जी को “भारत जैन समाज गौरव” उपाधि से अलंकृत करते हुए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

अर्पितमय पावन वर्षायोग समिति,आगरा के सभी पदाधिकारी ने मिलकर परिषद के अध्यक्ष श्री रवि जैन गुरूजी को विशेष स्मृति चिन्ह देखकर सम्मानित किया।

साथ ही परिषद के सभी सदस्यों को भी अंगवस्त्र, व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।

उपाध्याय श्री के निर्देश पर उपस्थित जनसमूह के लिए शंका समाधान कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें परिषद के अध्यक्ष श्री रवि जैन गुरूजी, महामंत्री श्री हुकुम चन्द जैन, एवं राष्ट्रीय संयोजक श्री अरविन्द जैन शास्त्री जी ने सरलता के साथ शंकाओं का समाधान किया यह कार्यक्रम जनसमूह के द्वारा बहुत पसंद किया गया।

इस अवसर पर परिषद के संरक्षक श्री गजेंद्र जैन जी ने सभी विद्वानों को स्व प्रकाशित जियालाल पंचांग का वितरण किया।

सम्मेलन में दिल्ली से श्री रवि जैन गुरूजी, अरविन्द शास्त्री, सुमेर चन्द जैन, डी के जैन, राकेश जैन, सुशील जैन, महावीर प्रसाद जैन, विनोद जैन, संदीप जैन, ग्वालियर से हुकुम चन्द जैन, विकास जैन, जयपुर से विनोद जैन, जयकुमार जैन, डॉ नेहा जैन, सुनीता जैन, उज्जैन से जयेंन्द्र कीर्ति, भोपाल से आभा जैन, नीलेश जैन, इटावा से ज्योत्स्ना जैन, जींद से मुकेश जैन, मथुरा से जिनेन्द्र जैन शास्त्री, टीकमगढ से बृजेश शास्त्री, गगनदीप जैन, बड़ा मलहरा से जिनेन्द्र सिंघई, जबलपुर से विमल जैन, किशनगढ़ से राहुल जैन, टेहरका से सचिन जैन, ललितपुर से ऋषभ जैन, शामली से महेश जैन, बड़ौत से धीरज जैन, सीहोनिया से महेन्द्र शास्त्री वापी से सुधा शाह, मेरठ से अतिवीर जैन, इंदौर से अखिलेश जैन दुर्ग से जयकुमार जैन, मुम्बई से विजय जैन, आगरा से विजय जैन, अंकित जैन, सौरव जैन, डॉ शिल्पा जैन, सोनिया जैन, समता जैन,आदि की उपस्थिति रही।

कार्यक्रम का कुशल संचालन श्री डी के जैन दिल्ली और मनोज जैन बाकलीवाल, आगरा द्वारा किया गया।

स्रोत- जैन गजट, 19 अक्टूबर, 2024 पर:- https://jaingazette.com/dhumdham-se-mnaya-gya-akhil-bhartiye-jain/

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