जयपुर, दि.13/10/24, जीवन में एक मैन्टोर यानि एक गुरु अवश्य बनायें, गुरु से कनैक्ट होने पर ही प्रभु से कनेक्ट हो सकते हैं, विपत्तियों से घबरायें नहीं, विपत्तीयां पतझड के समान हैं, पुराने पत्ते जब गिरते तभी नये पत्ते आते हैं, कभी अपने आप को अन्दर से अधूरापन न लगनें दें, ऐसा समझें कि जो किया है अच्छा और पूरा किया है|
जयपुर, दि.13/10/24, जीवन में एक मैन्टोर यानि एक गुरु अवश्य बनायें, गुरु से कनैक्ट होने पर ही प्रभु से कनेक्ट हो सकते हैं, विपत्तियों से घबरायें नहीं, विपत्तीयां पतझड के समान हैं, पुराने पत्ते जब गिरते तभी नये पत्ते आते हैं, कभी अपने आप को अन्दर से अधूरापन न लगनें दें, ऐसा समझें कि जो किया है अच्छा और पूरा किया है, जीवन मे लक्ष्य बनाना जरूरी है, परन्तु लक्ष्य मात्र सम्भावना है, समय के साथ लक्ष्य बदलने भी पड जाते हैं, अत: अपने सामने दुसरे विकल्प भी रखें, होस्टल लाइफ बुरी नहीं, बुरी हैं तो गन्दी आदतें, बस उनसे बचें, सदैव शाकाहार अपनायें और नशों से दूर रहें, तेज दौड दौडना है तो आगे आगे चलो, लम्बी दौड दौडना हो तो सबको साथ लेकर चलो-ऐसे ढेर सारे मोटिवेशन पूज्य मुनी प्रणम्यसागर जी महाराज ने जयपुर के टैक्सला बिसनिज स्कूल के औडोटोरियम में श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन समिती, मीरा रोड, मानसरोवर के त्वावधान मे आयोजित अर्हं अभ्युदय दो दिवसिय कार्यक्रम में दियें जिसमें देशभर से चुने हुये सैंकडों जैन समाज के नवांकुर मैडिकल, इन्जीनियरिग, सी ए, सी एस, लौयर , UPSC, व खेलकूद मे राष्ट्रीय अवार्डी आदि कर रहे छात्र छात्राओं को बुलाकर चारित्रिक, धार्मिक, अर्हंध्यान, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, कैरियर मैनेजमैन्ट के विषेष सत्र मुनि श्री के द्रारा एवं बाहर से बुलाये एक्सपर्ट टीम के द्रारा कराये गये!
कार्यक्रम संयोजक अर्हं टीम के श्री नयन जैन ने बताया कि यह मुनिश्री के सानिध्य मे आयोजित अबतक का तीसरा आयोजन है जिसका उद्देश्य जैन समाज की प्रतिभाओं का सर्वागीण विकास करना और उनका सम्मान करना है! कार्यक्रम के सहयोगी व मंच संचालक आगरा से विशेष रूप से पधारे श्री मनोज जैन बांकलीवाल ने अर्हं अभ्युदय के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जिस प्रकार उगता हुआ सूर्य नयी रौशनी के साथ नयी ऊर्जा लाकर अभ्युदय करता है वैसे ही समाज के हीरों को तराष अभ्युदय लाने का प्रयास इस कार्यक्रम के माध्यम से करने का प्रयास कीया गया है!
दो दिवसीय कार्यशाला में जहां नित्य दो सत्र स्वयं मुनिराज श्री प्रण्म्यसागर जी ने लीये वहीं योग का सत्र श्री चिन्मय जी दिल्ली, विज्ञान का सत्र IIT गांधीनगर के प्रो. इन्ज. क्रिएटिव लर्निंग हैड श्री मनीष जैन, करियर गाइडेंस सत्र प्रमुख काउन्सलर श्री रीतेश जैन गाजियाबाद, मैडिसन एवं हैल्थ पर सागर के डा अमित जैन ( राजा भैया) व विजनैस एवं वैल्थ मैनेजमैन्ट पर कोटक महिन्द्रा के पूर्व सी आइ ओ व वर्त्तमान मे 3 पी इन्वेस्टमेंट के सी आइ ओ श्री प्रशान्त जैन ने सत्र लिया!
अन्तिम सत्र पैनल डिस्कशन का तो बहुत ही रोचक रहा जिसमें अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक की डायरेक्टर ( फाइनैंस) श्रीमती मणी जैन गुडगांव व गिनिस वर्ड बुक औफ रिकार्ड मे दर्ज दुनिया का सबसे युवा एन्ट्रप्योनोर ( 17 वर्ष की आयू मे सरकार से एक्सपोर्ट लासैन्स हासिल कर) इ वी बाइक बनाने वाले श्री राज मेहता ऊपर लिखे एक्सपर्ट के साथ व पूज्य मुनीश्री से जुडे और प्रतिभाओं की जिज्ञासाओं का समाधान करा! अन्त मे सभी प्रतिभागियों का सम्मान समारोह आयोजित हुआ ! कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अर्हं टीम दिल्ली, आगरा, जयपुर के वौलेन्टियर्स ने कडी मेहनत की, दो दिवसिय सभी सत्रो का शानदार संचालन जैन समाज के जाने माने राष्ट्रीय एन्कर श्री मनोज जैन बांकलीवाल आगरा ने कीया!
स्रोत- जैन गजट, 17 अक्टूबर, 2024 पर:--------
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James martin
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