भगवान महावीर जिनालय ्पर प्रात 6:30 पर भगवान महावीर का अभिषेक शांति धारा संपन्न हुई
जैन मुनि सविज्ञसागर जी महाराज के 48 उपवास संपन्न होने पर कल्याण मंडल विधान पंडित नरेंद्र कुमार शास्त्री के सानिध्य में संपन्न हुआ जिसमें 45 श्री फल चढ़ाएं अनेक जोड़ों ने बैठकर धर्म लाभ प्राप्त किया
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धर्म के नाम पर जिव की हत्या करना धर्म नहीं है
जैन मुनि श्रुतेशसागर जी महाराज धर्म सभा को बताया कि जीव की हत्या करना धर्म नहीं है जो मुंह से नहीं बोलते उन्हें शिकारी मोर को जहरीला चुका खिला कर मार दिया जाना यह धर्म नहीं पाप है
धर्म क्रियाओ में होता है पथ वाद में धर्म नहीं है अपनी आत्मा में लीन हो जाना धर्म है
आचार्य महावीर कीर्ति महाराज का 61 वा पदारोहण दिवस मनाया
दोपहर में जैन मुनि श्रुतेशसागर महाराज के सानिध्य में आचार्य महावीर कीर्ति महाराज की विधि विधान पूर्वक महिला मंडल द्वारा पूजन संपन्न की
मुनि की जीवन से तप साधना करके जैन धर्म को सिद्धांतों को प्राणी मात्र को बताने वाले आदि सागर अंकलीकर महाराज के द्वितीय पटाधीश आप महावीर कीर्ति महाराज जी थे
महावीर कुमार सरावगी ने उनके जीवन पर बहुत कुछ बताया
जैन मुनि श्रुतेशसागर जी महाराज सुविज्ञ सागर जी के महाराज का दीक्षा दिवस भी मनाया गया
मुनि श्रुतेशसागर महाराज ने बताया
आप कठोर तप साधना में लिन रहते थे 5 से 8 दिन में एक बार आहार ग्रहण करते थे आपने संपूर्ण राजस्थान एमपी युपी महाराष्ट्र
कर्नाटक आदि स्टेट में वर्षा योग करके धर्म की बहुत बड़ी प्रभावना की थी
आपने अपने जीवन काल में अनेक को दीक्षाएं मुनि आर्यिका क्षुल्लक ब्रह्मचारी ब्रह्मचारिणियों को दीक्षा दे कर धर्म मार्ग पर अग्रषित किया था
आप बहुत ही क्षमता धारी कठोर तप साधना करने में आपकी पहचान थी
स्रोत- जैन गजट, 15 अक्टूबर 2024 पर: ------
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2 Comments
James martin
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