महात्मा गांधी जी ने अहिंसा के बल पर किया भारत को स्वतंत्र-गुरुमां विज्ञाश्री माताजी
3 अक्टूबर गुरुवार 2024
श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र सहस्त्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी राजस्थान में चातुर्मासरत परम पूज्य भारत गौरव श्रमणी गणिनी आर्यिका गुरुमां 105 विज्ञाश्री माताजी ससंघ सान्निध्य में प्रतिक जैन सेठी ने बताया की आज की अतिशयकारी श्री शांतिनाथ भगवान की शांतिधारा करने का सौभाग्य पीयूष जैन नोएडा एवं उमेश जैन टाटा परिवार खेरली वालों ने प्राप्त किया।
इसी के साथ आज के चातुर्मास संयोजक बनने का सौभाग्य विनोद जी जैन आरके पुरम दिल्ली सपरिवार को प्राप्त हुआ। गांधी जयंती पर पूज्य गुरु मां ने सभी भक्तों को आशीर्वचन देते हुए कहां कि जैन धर्म का मूल तत्व अहिंसा को गांधी जी ने सर्वोपरि माना था। उसी के बल पर उन्होंने भारत को स्वतंत्र करवा कर देश में एकता,मानवता,भाईचारा का संदेश जन-जन में फैलाया।
महात्मा गांधी अहिंसा धर्म को मानकर ही अहिंसा का पाठ पढ़कर देश को आजादी दिलाई थी उनका जन्म मानो भारत का ही जन्म दिन हो ऐसा आज लग रहा है। अहिंसा के पुजारी भगवान महावीर के जियो और जीने दो इस संदेश को पुनर्जीवित करने वाले महात्मा गांधी का व्यक्तित्व सर्वोत्कृष्ट देशभक्ति का है। इसी को हम सभी अंगीकृत करें।
प्रतिक जैन सेठी ने बताया की पूज्य गुरुमां ससंघ की आहारचर्या कराने का सौभाग्य श्रीमान सुरेश जी जैन झिलाई सपरिवार ने प्राप्त किया। इसी के साथ शुभम जैन झांतला एवं अविरल जैन मंगल विहार जयपुर सपरिवार ने पूज्य गुरु मां का मंगल आशीर्वाद प्राप्त किया। विज्ञातीर्थ क्षेत्र पर आगामी नवरात्रि एवं दशहरा महोत्सव के पावन अवसर पर 10 दिवसीय आराधना महोत्सव का भव्य आयोजन चातुर्मास समिति के द्वारा किया जा रहा है। आप सभी इस महायोजना में पधारकर पुण्यार्जन करें।
स्रोत- जैन गजट, 3 अक्टूबर, 2024 पर: https://jaingazette.com/mahatma-gandhi-ji-ne-ahinsa-k-bal/
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2 Comments
James martin
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