आचार्य 108 समाधि सम्राट सन्मति सागर त्यागी व्रती संत शाला का विमोचन हुआ
नैनवा 19 सितंबर 2024
क्षमावाणी महापर्व पर पार्श्वनाथ वाटिका बांसी रोड पर मुनि श्री श्रुतेश सागरजी महाराज के परम सानिध्य में 10 उपवास करने वालों का स्वागत सम्मान प्रशस्ति पत्र भेटकर शाल पहनाकर तिलक माला लगाकर स्वागत सम्मान समिति द्वारा किया गया एक त्यागी व्रती संत शाला नैनवा का विमोचन हुआ
अध्यक्ष विनोद बरमुंडा मंत्री राजेंद्र हरसोला कोषाध्यक्ष अरविंद ठग
विमोचन में देवेंद्र एडवोकेट विनोद मारवाड़ा कमल मारवाड़ा महावीर सरावगी महावीर जी मोडीका ज्ञान चंद्र हरसोला मोहन मारवाड़ा विनोद बरमुंडा
महानुभावों ने विमोचन किया
पुण्य कार्य से आत्मा में निर्मलता के भाव उत्पन्न होते हैं
19 सितंबर को प्रातः 8:30 पर शांति वीर धर्म स्थल पर जैन मुनि श्रुतेशसागर जी महाराज ने धर्म सभा को संबोधित में बताया
धर्म के कार्य के लिए धन को इकट्ठा करना विग्रह है आत्मा को जानने के बाद ही पुण्य प्राप्त कर सकता है
मुनि अपनी पांचो इंद्रियों का दमन करके ही धर्म की साधना में तत्पर रहते हैं
इंद्रियों पर संपूर्ण कंट्रोल मुनि द्वारा किया जाता है पांचो इंद्रियां मुनि के आदेश पर ही चलती है विचलित नहीं होती आज मनुष्य को क्रोध क्यों उपजता है बुद्धि के कारण ही क्रोध की परिणिति होती है क्रोध दो प्रकार का बताया है ज्ञानी का क्रोध अज्ञानी क्रोध है
अज्ञानी का क्रोध विषय वासना की वस्तुओं में संभालने में काम आता है वह स्व और पर दोनों का ही अहित करता है
ज्ञानी व्यक्ति का क्रोध स्व पर दोनों को हित की बात सोचता है वासनाओं में विकार भरे रहते हैं ज्ञानी के मन में ऐसे विचार उत्पन्न ही नहीं होते ऐसा मुनि ने संबोधन में बताया
जैन मुनि सविज्ञसागर जी महाराज
31वा निर्जला उपवास चल रहा है
नैनवा जिला बूंदी 19 सितंबर 2024
शांति वीर धर्मस्थल पर वर्षा योग कर रहे आचार्य सुनील सागर महाराज के परम पावन तीन मुनिराज का वर्षा योग संपन्न हो रहा है
19 अगस्त से जैन मुनि सविज्ञसागर जी महाराज के बिना पानी निर्जला उपवास नियमित चल रहे हैं
जैन मुनि अपनी तप साधना में लिन है मुनि से दिगंबर जैन समाज प्रवक्ता महावीर सरावगी
ने जानकारी चाहि तो मुनिराज ने बताया अभी तप साधना चल रही है
दिगंबर जैन मुनि के दर्शनों के अपार भीड़ जिनालयों में उमड़ रही है
महाराज 24 घंटे भगवान की साधना में रहते हैं
स्रोत- जैन गजट, 19 सितंबर, 2024 पर: https://jaingazette.com/aacharya-108-samadhi-smrat-sanmati/
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2 Comments
James martin
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